अमरकथा क्रमश:

हे देवी ! भगवान श्री सदाशिव ने जब गंगा को सूखा हुआ देखा तो क्रोध में भरकर श्री गणेश जी के पेट पर डमरू से चोट की। जिससे गंगा उनके पेट में से निकलकर बहने लगी और पौराणिक कथाओं मे उसका नाम लम्बोदरी प्रसिद्ध हुआ।
हे प्रिये ! लम्बोदरी नदी के जल का स्पर्श कोटि जन्मों के पापों का नाश करता है। इसीलिए मामलेश्वर के पास इस नदी का स्पर्श करना आवश्यक है।
ततो गत्वा रञ्जिवने पश्येद्वर्तुलाकारकोपलम्।स्नानं कृत्वा तत: सीताराम लक्ष्मण कुण्डके॥
इसके पश्चात् रन्जिवन में गोलाकार पत्थर की देव मूर्ति का दर्शन करे और वहां से सीताराम कुण्ड में स्नान करके आगे बढ़ें ।

O Devi! Shri Sadashiv get angry to saw drained Ganga and assail on the stomach of Shree Ganesh from drum. Ganga known as lambodari at that place because it flow out from lambodar’s stomach.
O Dear! The water of Lambodari river remove the sin of crores birth. That’s why, It is essential to touch this river near Maamaleshwar.
After that visit Dev statue of round rock in Ranjivan and take bath at Sitaram pool.