अमरकथा क्रमश:
हे देवताओं ! तुम लोग यहां मढ़िएं बनाकर वायु को रोक दो। इस पर वे वहां पर पत्थर की मढ़ियां बनाकर शांतिपूर्वक रहने लगे। लेकिन एक बार दैत्य ने अपना उग्र रूप दिखाया। तब देवराज इंद्र ने अपना वज्र उठाया, और उसी जगह राक्षस को मार डाला। तब से यह जगह वायुवर्जन देवताओं से पूजित तीर्थ प्रसिद्ध हुआ। यहां पत्थरों द्वारा देवताओं के लिए छोटे-छोटे घर बनाने तथा तीर्थ के दर्शनसे मनुष्य अत्यन्त पुण्य को प्राप्त होता है। ब्रह्म हत्या और गौ-हत्या से युक्त मनुष्य इस तीर्थ के दर्शनों से इन महापापों से छुट जाता है।
O Gods! You guys made feretory to stop air.Then the gods made feretory and lived peacefully. But the demon shown his ugly form and Devraaj killed him with Vajra. Since then, this place is famous as pilgrimage which worshipped by gods. People get virtue to make small house for god and visit this place. People get rid off from Brahm-slaughter and Cow-slaughter to visit this pilgrimage.